जिस की झंकार में दिल को आराम था - Jiski jhankar mein ..

गज़ल / Ghazal

जिस की झंकार में दिल को आराम था, वो तेरा नाम था
मेरे होठों पर रक्सां जो एक नाम था, वो तेरा नाम था

तोहमतें मुझ पर आती रही हैं कई, एक से इक नई
खूबसूरत मगर जो इक इल्जाम था, वो तेरा नाम था

दोस्त जितने थे ना आशना हो गए, पारसा हो गए
साथ मेरे जो रुसवा सरेआम था,वो तेरा नाम था

सुबह से शाम तक जो मेरे पास थी, वो तेरी आस थी
शाम के बाद जो दिल का पैगाम था, वो तेरा नाम था

मुझ पर किस्मत रही हमेशा मेहरबां, दे दिया सारा जहां
पर जो सबसे बड़ा एक ईनाम था, वो तेरा नाम था

( Posted by Raees Khan )
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