शाम होते ही बिखर गया सूरज Shaam hote hi ....

कविता / Kavita

                     शाम होते ही बिखर गया सूरज
सबको हैरान कर गया सूरज

मैने रात में चाँद से पूछा
ये बतलाओ किधर गया सूरज

सबको रोशनी बांटने वाला
क्या अंधेरे से डर गया सूरज

अपनी गर्मी व उजाला लेकर
जाने किसके शहर गया सूरज

सुबह की पहली किरण ने चीखा
कौन कहता है मर गया सूरज


Raees Khan 

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