फिर कभी सामना हो ना हो हमसफ़र, Phir kabhi samna ho na ho humsafar
फिर कभी सामना हो ना हो हमसफ़र
रात कट जायेगी, कुछ कहो हमसफ़र
इस से आगे बड़े ही कठिन मोड़ हैं
इस से आगे का तुम सोच लो हमसफ़र
हमसफ़र ये बताओ कि तुम भी कभी
इश्क में....! खैर छोङो चलो हमसफ़र
इस जगह मैंने खोया था इक शख्स को
इस जगह मत रुको, मत रुको हमसफ़र
Posted by Raees Khan
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