रफाक़त का तेरा दावा सरासर झूठ हो जैसे

 रफाक़त का तेरा दावा सरासर झूठ हो जैसे

कोई मन्ज़र ड्रामे का या फिल्मी शूट हो जैसे


तेरा ये दोहरापन यूं मेरे जज़्बतों से खेले है

किसी खुले मकां पे चोरों की लूट हो जैसे


बहोत बरते हुए जज़्बों से दिल उकता गया मेरा

मोहब्बत इस तरह फेंकी पुराना सूट हो जैसे


सो अब झगड़े का हल तर्क ए तअल्लुक ही निकलता है

हमारी जंग दो फिरकों में पड़ती फूट हो जैसे


Humari Zaban

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