अब उस का वस्ल महँगा चल रहा है - Ab uska vasl mahanga chal raha hai
अब उस का वस्ल महँगा चल रहा है
तो बस यादों पे ख़र्चा चल रहा है
मोहब्बत दो क़दम पर थक गई थी
मगर ये हिज्र कितना चल रहा है
बहुत ही धीरे धीरे चल रहे हो
तुम्हारे ज़ेहन में क्या चल रहा है
बस इक ही दोस्त है दुनिया में अपना
मगर उस से भी झगड़ा चल रहा है
Posted by : Raees Khan
Comments
Post a Comment