जब तलक खौफ ए हवा रहता है - Jab talak khauf e hawa rahta hai

उसकी  आंखों  से  दगा  मत  करना
 उसकी   आंखों   में  खुदा  रहता  है


जब  तलक  खौफ  ए  हवा  रहता  है
दिल   अंधेरों   में   पड़ा   रहता   है

उसकी  आंखों  से  दगा  मत  करना
उसकी   आंखों   में  खुदा  रहता  है

वक्त  है  देख  लो  जी  भर  के  उसे
क्या  खबर  बाद  में  क्या  रहता  है

इश्क   की   खास   करामत   यह   है
जो   नहीं   रहता   !   सदा   रहता   है

तुम  वही  दरिया  हो  ना ! जो  अक्सर
मेरी   आंखों   में   भरा   रहता   है

अश्क  वो  है  जो  बहाए  बस  दिल
ज़ख्म   वह   है   जो   हरा   रहता  है

नहीं   भूला  ये  दिल  अभी  तक  उसको
अभी  तक  इस  में  वो  बेवफा  रहता  है



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