वक़्त मिला तो सोचेंगे - Waqt mila to sochenge
क्यों तू अच्छा लगता है, वक़्त मिला तो सोचेंगे
तुझ में क्या क्या देखा है, वक़्त मिला तो सोचेंगे
सारा शहर शानासाई का दावेदार तो है लेकिन
कौन हमारा अपना है, वक़्त मिला तो सोचेंगे
मौसम, खुशबू, बाद ए सबा, चाँद, शफक और तारों में
कौन तुमारे जैसा है, वक़्त मिला तो सोचेंगे
या तो अपने दिल की मानो, या फिर दुनिया वालों की
मशवरा उसका अच्छा है, वक़्त मिला तो सोचेंगे
Posted by : Raees Khan
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